HerbHealtH is all about attaining good health via natural & herbal ways. Today, people are well aware of the fact that Herbal alternatives are safe, gentle and work in harmony with the body system as compared to pharmaceutical medicines. The new mantra today is to go natural, as everything around us is too polluted with chemicals and synthetic stuff. The more we use things from Nature's bounty the better it is for our overall health. Let's go back to our roots, by opening up our Grandma's treasure chest box & use what Nature has given us in plenty.

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Saturday, January 16, 2016

पौष्टिक गुणों का भंडार है मूली

आयुर्वेद के अनुसार हमारे दैनिक प्रयोग में आनेवाले फल सब्जियों मेंकई औषधीय गुण मौजूद होते हैं I ऐसी ही एक सब्जी है मूली जिसका प्रयोग हम अक्सर अपने भोजन में करते हैंमूली धरती के नीचे उगनेवाली पौधे की जड होती हैं। धरती के ऊपर रहने वाले इसके पत्ते भी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसके पौधे में आने वाली फलियाँ भी समान रूप से उपयोगी और स्वास्थ्यवर्धक है।
 मूली खाओ रोग भगाओ
मूली में कैल्शियमप्रोटीनकार्बोहायड्रेटआयोडीनआयरन तथा फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं इसके अलावा मूली में सोडियम,क्लोरीनफॉस्फोरस तथामैग्नीशियम भी पाया जाता है। मूलीमें विटामिन '', 'बीऔर 'सीभी प्राप्त होते हैं।

भोजन के साथ प्रतिदिन एक मूली खाने से रक्तविकार दूर होते हैंनेत्रज्योति बढ़ती हैतथाशरीर के जोड़ों की जकड़न भी दूर होती है। मूली के प्रतिदिन सेवन से रंग निखरता हैखुश्कीदूर होती है और चेहरे की लालिमा बढ़ती है। इसे खाने से खाना जल्दी पच जाता है। यदि आपमूली के स्वास्थ्य लाभ तथा इससे होने वाले घरेलू उपचारों के बारे में जानना चाहते हैंतो ज़रूर पढ़े यह लेख-
  • मोटापा नियंत्रित करने के लिए मूली बहुत लाभदायक है। मूली के रस में नींबू नमक मिलाकर नियमित पीने से शरीर का मोटापा घटता है और शरीर सुडौलहोता है।
  • मूली के टुकड़े पर नींबू का रस लगाकर दांतों पर धीरेधीरे मलने से दांत साफ होंगे  पीलापन दूर होगा। मूली के रस से दिन में 2-3 बार कुल्ले करने से  पीने से पायरिया से परेशान लोगो को लाभ मिलता है। मूली को चबा-चबा कर खाना दांतों  मसूड़ों को निरोगी रखता है।
  • मूली के रस में सामान मात्रा में अनार का रस मिला कर पीने से रक्त मेंहीमोग्लोबिन बढ़ता है और रक्ताल्पता का रोग दूर होता है।
  • मूली पर नींबू  नमक लगा कर भोजन में सलाद के रूप में लेने से कब्ज से राहत मिलती है 
  • गर्मी के प्रभाव से खट्टी डकारें आती हो या आप एसिडिटी से परेशान होतो ऐसे में मूली के पत्तों का रस मिश्री के साथ सेवन करने से लाभ होता है।
  • मूली के पत्ते चबाने से हिचकी बन्द हो जाती है।
  • बवासीर में मूली को हल्दी के साथ खाने से रोग से राहत मिलती है  मूली का रस पीने से मूत्र रोगों में भी लाभ होता है।
  • मूली के पत्तों पर सेंधा नमक मिला कर रोज सवेरे खाने से मुंह की दुर्गन्ध नष्ट होती है
  • मूली के रस में तिल्ली का तेल मिलाकर और उसे हल्का गर्म करके कान में डालने से कान का दर्द तथा कान की खुजली ठीक होते हैं।
  • मूली का सेवन करने से पेट के कीड़े नष्ट होते हैं तथा पेट के घाव भी ठीक होतेहैं।
  • पीलिया रोग मेंएक ताजा कच्ची मूली रोज़ सुबह उठते ही खाते रहने से कुछ दिनों में रोग ठीक हो जाता है।
  • मूली के बीजों को उसके पत्तों के रस के साथ पीसकर लेप करने से अनेक चर्मरोगों से मुक्ति मिलती है।
  • मूली मुंहासो के उपचार में भी कारगर है। मूली का एक टुकड़ा काट कर मुंहासों परलगाएं। १०१५ मिनट बाद चेहरे को ठण्डे पानी से धो लेंकाफी लाभ होगा।
  • मूली का रस पानी में मिलाकर सिर धोने से जुएँ नष्ट होती हैं।
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